हरियाली -03-Aug-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 03/08/2024
वार: शनिवार
हरियाली
हरियाली मेरे मन की
फूलों की तरह खिल उठी।
जब आया सावन
साजन से अंखियां मिल उठी।
वर्षा की बूंदों ने
भिगोया मेरा तन और मन,
मिले साजन जब से
मनमोहक हो गया वातावरण।
सखी सहेलियां मुझे चिड़ाती
बाहों के झूलों में मुझे झुलाती।
देखो मोर पीहू पीहू बोले,
पास आ गये जब से साजन।
मन मयूर मचल उठा,
रोम रोम मेरा खिल उठा।
वर्षा में भीगी सुंदर वादियां,
जब से साजन ने बरसाया प्रेम रत्न।।
हरियाली मेरे मन की
फूलों की तरह खिल उठी।
शाहाना परवीन 'शान'...✍️
मुजफ्फरनगर